कीड़ो को क्यों डर लगता है ? कीड़ो का फोबिया क्यों होता है ?
कीड़ो को क्यों डर लगता है ? कीड़ो का फोबिया क्यों होता है ?
किट भय( एटोमोफोबिया )कीड़ो का डर है . इस भय से पीड़ित लोगो कीड़ो के बारे मैं सोचना या उन्हें देखने पर बेचेंन हो जते है . कोई लोगो को कीड़े से जुड़े दर्दनाक अनुभब हुए होते है . एक्सपोज़र थरेपी । कोग्निटिव बिहेबियरल थेरेपी और हिन्नोथेरेपी जैसी कई चिकिस्या पद्धतियों से इस भय को दूर किया जा सकता है .
किट भय क्या है ?
किट भक्की भय से ग्रस्त लोगो को कीड़ो से डर लगता है . ऐसे ब्यक्ति को कीड़े ,मकोड़े, को देखने या उनके बारे मैं सोचने पर अत्यधिक चिंता या भय हो सकता है . बे बहार टहलने या बयांम करने से बच सकते है . और भरी कार्य क्रम से दूर रह सकते है . कुछ लोगो कीड़ो को देखने की सम्भाबना को कम करने के लिए घर से बाहर निकलना ही बंद कर देते है .
किट भय (एटोमोफोबिया ) के अन्य नाम क्या है ?
किट भय को अन्य नामो से भी जाना जाता है . आप इस भय को इन नामो से भी सुन सकते है .
1 . एकारोफोबिआ (गर्मी से डर )
2 . कीड़ो से डर (इंसेक्टोफोबिया )
फोबिया क्या होता है ?
फोबिया एक प्रकार का चिंता बिकार है . इस मैं किसि बस्तु , घटन या स्तिति के प्रति अत्याधिक् भय शामिल होता है . यह भय घटना या स्तिति से होने बाले सम्भाबना बास्तबिक नुकसान के अनुपात के कही अधिक होता है किट भय जैसे सेकड़ो बिसिस्ट फोबिया बिकार है . किट भय मैं , एक बिसेस बस्तु कीड़े , भय का कारन बनती है.
किट भय कितना आम है?
यह ठीक - ठीक जानना मुश्किल है की कितने लोगो की किट भय (एटोमोफोबिया ) जैसी कोई बिसेस फोबिआ है. कोई लोग इस डर को अपने तक हि सिमित रखते है. अहसास ही नहीं होता की उन्हें यह डर है. हम इतना जरूर जानते है की लगभग 10 मैं से एक अमेरिकी बयस्क और 5 मैं से एक किशोर अपने जीबन मैं कभी न कभी किसी बिसेस फोबिया बिकार से जूझेंगे ।
किट भय से पीड़ित ब्यक्ति को किन चीजों से डर लगता है ?
किट भक्षी ब्यक्ती को निम्न लिखित चीजों से डर लग सकता है .
1 . किसी किट , जैसे मधु मक्षी , ततैया या टिक द्वारा डंक मारा जाना या काटा जाना ।
2 . घर के अंदर या बाहर कभी भी कीड़े - मकोड़ो का दिखना ।
3 . किसी किट जैसे मख्ही या मच्छर से बीमारी होना ।
4 . उनके घर या सरीर मैं कीड़े - मकोड़े का संक्रमण होना ।
5 . टीबी शो,फिल्मो,किताबो या ऑनलाइन माध्यमों मैं कीड़ो की तसबीरे देखना ।
किट भय एटोमो फोबिया का भय किसे होता है ?
यदि आपको पहले से ही निम्न लिखित समस्या है,तो आपको किट भय या किसी अन्य प्रकार के बिसिस्ट भय बिकार होने की सम्भाबना अधिक है .
1 . एक और भय
२ . चिंता बिकार
3 . घबराहट की समस्या
4 . मादक पदार्थो के सेबन का बिकार।
किट भय से सम्बंधित अन्य कौन - कौन से भय है ?
1 . एपीफोबिया या मेलिसाफोबिया (मधुमक्खियों का डर )
2 . मकड़ी से डर (अरफनोफोबिया )
3 . हेल्मीथ्रोफोबिया ,स्केलेसिफोबिया या बर्मीफोबिआ (कीड़े का डर )
4 . कैटसरीडा फोबिया (तिल चट्टो का डर )
5 चीटियों से डर (मायरमेकोफोबिया )
6 . टेरोनाराकोफोबिया (मक्खीयो का डर )
7 . स्पेक्सोफोबिया (ततैया का डर )
किट भय के क्या कारण है ?
किट भय के सम्भाबित कारने मैं निम्न लिखित शामिल है
1 . अतीत के दर्द नाक अनुभब - जिन लोगो को कीड़ो से सम्बन्धित कोई दर्द नाक अनुभब हुआ हो , उन मैं कीट भक्ष्यण बिकसित हो सकता है . उदाहरण के लिए आपको या आपके किसी परिचित को मधु मखहि के डंक से गंभीर अलेर्जी की प्रति क्रिया हुई हो सकती है .
2 . पर्याबरणीय जलन - कुछ लोगो को पराग , फफूंद या घरेलु अलेर्जी पैदा करने बाले तत्वा के कारण त्वचा मैं खुजली होती है . लगातार जलन होने पर लोग कीड़ो को इसका कारण मान सकते है .
3 . पारिबारिक इतिहास - यदि आपकी किसि करीबी रिस्तेदार या माता - पिता को किट भय होने का खतरा बढ़ जाता है. यदि आपके जिन मैं कोई बिसेस उत्परिबर्तन है . तो आप अन्य लोगो की तुलना मैं अधिक् चिंतित हो सकते है .
4 . अनुकरण - किसी किट भख खी को देखना या किसी को कीड़े के डर के बारे मैं बात करते हुए सुन्ना आपको भी उसी भय से ग्रसित कर सकता है .
किट भय के क्या कारण होते है ?
कीड़ो से सम्बंधित कोई भी चीज किट भक्ष्यं को जन्म दे सकती है . किट भक्ष्यं के कारणो मैं कीड़ो को देखना या उनके बारे मैं सोचना शामिल है .
1 . पार्को , खेल के मैदानों या फुटपाथो जैसे सारबजनिक स्थानों मैं .
2 . आपके या किसी और के घर के अंदर
3 . टीबी शो , फिल्मो किताबो या ऑनलाइन माध्यमों मैं .
4 . अपनी कार की और बहार जाते समय .
किट भय के लक्ष्यन क्या है ?
किट भय के लक्ष्यन हलके से लेकर गंभीर तक हो सकते है . सबसे आम लक्ष्यन कीड़ो के बारे मैं सोचने या उन्हें देखने पर अत्याधिक् चिंता होना। अन्य भबानात्मक लक्ष्यणो मैं शामिल है .
1 . कीड़े से बचने के तरीको के बारे मैं अत्याधिक् सोचना ।
2 . किसी किट को देखने की संभाबना बालो स्थानों से डरना और उनसे बचना ।
लोगो के सरीर मैं तेज खुजली या रेंगने जैसी अनुभूति जैसे शारीरिक लक्ष्यन भी महसुसु हो सकता है। अन्य लक्ष्यणो मैं शामिल है .
1 . सिहरन
2 . चक्कर आना और सर हल्का महसुसु होना
3 . अत्यधिक पसीना आना (हाइपरहाईड्रोसिस )
4 . दील की धड़कन तेज होना
5 . जी मिचलाना
6 . सांस लेने मैं तकलीफ (डिस्पानिआ )
7 . कापना या हिलना
8 . पेट ख़राब होना या अपच . (डिसपेपसीया )

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