कैसे होती है एसिडिटी और क्यूँ
कैसे होती है एसिडिटी और क्यूँ ?
भोजन करने के बाद जब भोजन पेट के अन्दर पाचन तंत्र मैं पहंच ता है,तब इस भोजन को पचाने के लिए एक एसिड बनता है.यह पेट मैं भोजन को पचाने का काम करता है.जब यह एसिड पेट मैं जरुरत से ज्यादा बन्ने लगे तो एसिडिटी हो जाती है.इससे पेट मैं जलन होने लगती है.जो छाती तक पहंच जाती है .इससे हार्ट बर्निंग भी कहा जाता है .दर असल जब हम भोजन को अप्राकृतिक बना लेते है,तो हमारा पाचन तंत्र ठीक तरीके से काम नहीं करता है.एसिडिटी होने की यही मूल बजह है.
एसिडिटी के कारन
1.धूम्र पान करने से भी एसिडिटी होती है
2.दिन मैं कभी भी कुछ खा लेना
3.खाना खाने के बाद तुरंत सो जाना
4.कम पानि पिने से भी एसिडिटी होती है
5.टमाटर और चाबल न खाए
6.भूक लगने पर भोजन नहीं करना और ज्यादा देर तक भूका रहना
7.ऑयली food खाने से और तला भुना हुआ खाने से भी एसिडिटी होता है
8.चाय और कफी पिने से एसिडिटी होतो है
एसिडिटी रोकने की घरेलु उपाय
1.तुलसी-एसिडिटी होने पर 5 से 6 तुलसी के पत्तो को अछे से चबाकर खाए ब चुसे.तुलसी का यही प्रयोग बहत आसन और मदत गार है.
2.ऐलोबेरा-एसिडिटी के लिए सबसे अच्छा उपाय होता है एलोबेरा.आप खाना खाने से पहेले ही चार चम्मच एलोबेरा का जुश पि ले .ज्यादा समस्या होती है तो खाना खाने के आधे घंटे बाद भी 4 च्जम्मच पि ले इससे एसिडिटी की समस्या दूर ब कम हो जाती है.
3.इलाइची-इलाइची,कफ,पित,बात,दोष को ख़तम करने के लिए बहुत प्रसिध है.एसिडिटी से राहत पाने के लिए 2 इलाइची लेकर उसके दाने ,फिर इन्हे पानी मैं डालकर कर अछे से उबल ले.इससे ठंडा होने पर जब भी पेट ब सिने मैं जलन महेसुस हो तो इलाइची के इस ड्रिंक को पिए इससे पिने से तुरंत आराम मिलेगा.
4.आबला-यह कफ और पित्त की सिकायत को ख़तम करता है.इसमें बिटामिन C भरपूर मात्र मैं पाया जाता है.इसके सेबन से पेट के सभी अंग स्वस्त बनते है.यह एसिडिटी को भी नियंत्रित करता है,रोजाना दिन मैं दो बार आबला के चूर्ण या पाउडर का सेबन करे.यह एसिडिटी को शांत करेगा.
5.दूध-दूद मैं कैल्शियम भर पुर मात्र मैं पाया जाता है,कैल्शियम एसिड को अनियंत्रित होने से रोकता है.ठंडा दूध एसिडिटी का इलाज करता है.दूध पेट की जलन से तुरंत राहत दिलाता है.पेट की ऑतो को शांत करता है.जिससे सरीर मैं जलन बंद हो जाती है.इसके लिए यह जरुरी है की दूध ठंडा हो और उसमे किसी भी तरह का कोई पाउडर,चीनी आदि न मिली हो.आप एस दूध मैं थोडा सा सुध घी भी मिला सकते है.ऐसा करने से यह और ज्यादा असरदार हो जायेगा.
6.लॉन्ग-लॉन्ग मैं ऐसे रासायनिक तत्वा होते है ,जो पाचन तंत्र को साफ़ बनाये रखते है.अगर आप एसिडिटी से ग्रसित है तो एक से 2 लॉन्ग मुह मैं रख कर चबाये और चुसे.जब इसमें से रस निकलने लगे तो उससे पेट मैं उतर ले या घोट ले.यह उपाय पेट से सम्बंधित सभी समस्या ओ जैसे उलटी,जी मिचलाना,अदि को तुरंत ख़त्म कर देता है.
बहुत से लोगो को सोते बक्त पेट मैं जलन होती है.यह जलन गलत तरफ सोने से होती है.नींद मैं सोते बक्त होने बाली पेट मैं जलन से बचने के लिए हमेसा बाये करबट सोये.इस दिशा मैं सोने से जलन बिलकुल नहीं होगी और याद रखे,दाए करबट कभी न सोये.
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