स्ट्रेच मार्क क्यों होती है ? और उसका कारन और लक्ष्यन क्या है ?और उसे ठीक कैसे करे ?
स्ट्रेच मार्क क्यों होती है ? और उसका कारन और लक्ष्यन क्या है ?और उसे ठीक कैसे करे ?
स्ट्रेच मार्क या खीचाब के नीसान सरीर पर कही भी हो सकते है,लेकिन ये खास कर कमर,पेट , ब्रेस्ट , को अधिक प्रभाबित करते है. आम तर पर स्ट्रेच मार्क त्वचा के तेजी से खींचने या सिकुड़ने के कारन होते है . लगभग 90 प्रतिसत लोगो मैं स्ट्रेच मार्क होते है और ऐसा होना सामान्य है . ऐसे मैं परिसानी तब होती है,जब इन निसानो की बजह से लोग अपने पसंद के कपडे नहीं पहन पाते है . ऐसे मैं यह जरुरी है की खिंचाब के निशान पर बक्त रहते ध्यान दिया जाये या इसे हटाने या काम करने के तरीके आज माये। आज इस खास लेख मैं आप जानेंगे की स्ट्रेच मार्क होने के कारन , लक्ष्यन ब हटबाने की तरीके क्या है .
स्ट्रेच मार्क क्या होते है ?
स्ट्रेच मार्क जिसे हिंदी मैं त्वचा के खीचाब के निसान भी कहा जाता है ,स्किन पर पड़ने बाले लम्बे,पतले ,हलके गहरे रंग के नीसान होते है . ये नीसान तब बनते है जब हमारी त्वचा बहुत जल्दी फैलती है सिकुड़ ती है . स्किन की बिच की परत जिसे डर्मिस कहा जाता है . जब तेजी से खिच ती तो उसमे छोटे छोटे टिसू फट जाते है . और बहा स्ट्रेच मार्क बन जाते है . ये मार्क्स सुरुवात मैं लाल,गुलाबी , बैंगनी , या भूरे रंग के हों सकते है , और समय के साथ ये हलके सफ़ेद या सिल्वर रंग के हो जाते है . ये स्किन की नोरमल प्रॉब्लम है और स्वस्त के लिए कोई खतरा नहीं है , लेकिन देखने मैं कुछ लोगो को यह असहज लग सकते है . आम तर पर ये पेट , जंग , हिप्पस , कमर , छाती और बाहो पर नजर आते है .
स्ट्रेच मार्क कब होते है ?
स्ट्रेच मार्क आमतर पर तब होते है जब सरीर का आकर या बजन बहुत जल्दी चेंज होता रहता है . सबसे ज़्यादा मामलो मैं प्रेगनेंसी गर्भा बस्ता के दौरान देखने को मिलते है . क्यों की इस समय महिला के पेट की त्वचा बहुत तेजी से फ़ैल ती है . इसके अलावा किसोरा बस्ता मैं जब सरीर तेजी से बढ़ता है ,.जैसे हाइट या मसल्स मैं बदलाब होता है . या बजन अचानक बढ़ता है या कम हो जाता है,तब भी स्ट्रेच मार्क हो सकते है . बॉडी बिल्डिंग करने बालो मैं भी ये नोरमल है क्यों की मसल्स का आकर तेजी से बदलता है। कुछ हार्मोनल बदलाब या स्टेरॉयड दबाइ का लम्बे इस्तेमाल से भी स्ट्रेच मार्क हो सकते है .
स्ट्रेच मार्क कितने प्रकार के होते है ?
स्ट्रेच मार्क नॉर्मली दो प्रकार के होते है -1 ,रेड स्ट्रेच मार्क , 2 -वाइट स्ट्रेच मार्क
रेड स्ट्रेच मार्क - ये नीसाण सुरुवात मैं बनते है और इनका रंग लाल , गुलाबी या बेंगाणी होता है , जब स्किन के निचे की रक्त नलीकाए जो फटी हुई स्किन के कारन दिखने लगती है ये नए स्ट्रेच मार्क होते है , और इस स्टेज मैं एक इलाज काम करना आसान होता है .
वाइट स्ट्रेच मार्क - जब स्ट्रेच मार्क पुराने हो जाते है तो उनका रंग हल्का सफ़ेद या सिल्वर जैसा हो जाता है . इस मैं स्किन की इलासकसिटी काफी कम हो जाती है और इन्हे हटाना या कम करना मुश्किल हो जाता है . ये आम तर पर लम्बे समय तक बने रह जाते है .
स्ट्रेच मार्क को कैसे ठीक करे-स्ट्रेच मार्क को पूरी तरह मिटाना थोड़ा मुश्किल होता है . लेकिन उन्हें हल्का और कम जरूर किया जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले स्किन को हाई ड्रेटेड और मॉइस्चराइज करे। इसके लिए आप रोजाना अच्छी क्वालिटी की क्रीम या तेल लगा सकते है जैसे नारियल तेल , बादाम तेल , या बिटामिन E आयल स्किन को धीरे धीरे मसाज करने से बढ़ता है और स्किन रिपेयर जल्दी होती है .
इसके अलावा कुछ लोग एलोबेरा जेल भी लगाते है जो स्किन को ठंडक देता है और स्किन को री न्यू करने मैं मदत करता है . बाजार मैं कोई एंटी स्ट्रेच मार्क क्रीम्स भी मिलती है जिन मैं कोको बटर , ,सिया बटर , हायलुरॉनिक एसिड और रेटिनॉल जैसे त्वचा होते है जो स्किन को रिपेयर करते है .
अगर स्ट्रेच मार्क बहुत गहरे है और घरेलु उपाय से फर्क नहीं दिख रहा तो डर्मेटोलॉजिस्ट ,लेज़र ट्रीटमेंट या केमिकल पिल जैसे ट्रीटमेंट भी करबा सकते है . ये प्रोफेशनल ट्रीटमेंट्स पुराने निसानो पर भी असर दिखा सकते है . साथ ही हेअल्थी डाइट और भरपूर पानी पीना भी स्किन की हेल्थ के लिए जरुरी है .
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