लम्बे समय से एसिडिटी से है परेशान तो क्या करे ?

 लम्बे समय से एसिडिटी से है परेशान  तो क्या करे?

भाग दोड बालि लाइफ स्टाइल ने हर किसी को थका दिया है.जल्दी जल्दी मैं खान पान बिगड़ ने से पेट से सम्बंधित समस्या ऐ आम हो गयी है.इन मैं से एक प्रमुख समस्या है एसिडिटी.एसिडिटी तब होती है जब हम देर तक बैठ कर काम करते है.ज्यादा तीखा,खट्टा और मसाले दार भोजन करते है,या देर रात तक जाग ते रहते है.कई बार स्वाद के चक्कर मैं हम तीखी और मसाले दार चीजे ज्यादा खा लेते है.जिस ए कुछ समय बाद पेट मैं एसिड की मात्रा बढ़ जाती है और पेट फूलने लगता है.नाभि के उपरी हिस्से मैं एसिड बन्ने से जलन होती हैं और धीरे -धीरे ये एसिड गले मैं आ जाता है,जिसे खट्टी डकारे आने लगती है,अगर आप को भी ऐसी परिशानी हो रही है,तो कुछ घरेलु उपाय आप को राहत दिला सकते है.आईये जानते है की बे उपाय कोण से है और ये कैसे आपकी समस्या को हॉल कर सकते है.

एसिडिटी क्या है?

एसिडिटी जिसे हाइपर एसिडिटी या एसिड रिफ्लक्स भी कहा जाता है ,पेट मैं अत्यधिक एसिड उत्पादन के कारन होती है यह  समस्या तब उत्त्परन  होती है जब पेट मैं बन्ने बाला हाइड्रो क्लोरिक  एसिड अधिक मात्र मैं बन्ने लगता है.हाइड्रो क्लोरिक एसिड भोजन को पचाने मैं सहायक होता है लेकिन इसकी अत्यधिक मात्रा कई समस्या ओन को जन्म दे सकती है.एसिडिटी के लक्ष्योनो मैं  सिने मैं जलन पेट मैं दर्द,खट्टी डकारे,मितली,और उलटी,शामिल हो सकते है.

यह स्तिति कई कारणों मैं हो सकती है,जैसे अनियमित खान पान,अत्यधिक मसाले दार और तेलिया भोजन का सेबन,तनाब अधिक मात्रा  मैं चाय,काफी सराब का सेबन,और धूम्र पान,इसके अलाबा लम्बे समय तक भूका रहेना या अधिक  खाना खाने की आदते भी एसिडिटी का कारन बन सकती है.

एसिडिटी को नियंत्रण करने के लिए जीबन सैली मैं बदलाब और कुछ घरेलु उपाय का पालन किया जा सकता है.नियमित रूप से छोटे-छोटे भोजन करना,ताजे फल और सब्जियों का सेबन बढ़ाना,और पानी पीना फायदे  मंद हो सकता है.इसके अलाबा तली भुनी चीजे और कैफीन युक्त पेयों से पर हेज करना भी महत्वा पूर्ण है.गंभीर मामलो मैं  डॉक्टर की सलाहो से दबाओं का सेबन किया जा सकता है.समय पर उपचार और उचित देख भाल  से एसिडटी के समस्या को आसानी  से नियंत्रित किया जा सकता है ओर उससे होने बाले असुबिधाओं से बचा जा सकता है.

एसिडिटी से राहत पाने के घरेलु  उपाय

एसिडिटी एक आम समस्या है जो गलत खान पान और अस्वस्त जीबन सैली के कारन होती है.कुछ सरल और प्रभाबी घरेलू उपाय अपना कर इस समस्या से आसानी  से निजत पाई जा सकती है.आईये जानते है एसिडिटी से राहत पाने के घरेलु उपाय के बारे मैं.

1.ठंडा दूध-ठंडा दूध पिने से अम्लता से तुरंत राहत मिलती है.दूध मैं कैल्शियम होता है जो एसिड को न्यूट्रा ला इस करता है.

उपयोग का तरीका 

एक गिलास ठंडा दूध पिए

2.नारियल पानी-नारियल पानी पाचन को सुधरता है और पेट की  जलन को कम करता है.

उपयोग का तरीका 

रोजाना एक गिलास नारियल का पानी पिए.

3.दही-दही मैं प्रोबायोटिक्स होते है जो  पेट की सेहत को बहेतर बनाते है और एसिडिटी को कम करते है 

उपयोग का तरीका

रोजाना एक कटोरी ताजे दही का सेबन करे 

एसिडिटी के लक्ष्यन?

एसिडिटी के कई लक्ष्यन हो सकते है ,जो ब्यक्ति को असहज और परेशांन  कर सकते है .इनमे मैं प्रमुख लक्ष्यन शामिल है.

1.सिने मैं जलन - सबसे सामान्य लक्ष्यन है जिसे पेट के उपरी हिस्स्से मैं जलन महसुसू होती है.

2.खट्टी डकारे-एसिडिटी के कारन गले मैं खट्टे पण और खट्टी डकारे आ सकती है 

3.गले मैं जलन-पेट का एसिड गले मैं पहुच ने पर बहा जलन पैदा कर सकता है.

4.पेट फूलना-एसिडिटी के कारन पेट फुला हुआ महसूस हो सकता है.

5.पाचन समस्या-पाचन मैं समस्या आ सकती है,जिसे पेट मैं भारी पण महसूस होता है.

6.अप्रिय गंध-खट्टी डकारो और पाचन समस्या के कारन मुह से बदबू आ सकती है.

7.उलटी या मतली-कुछ मामलो मैं उलटी या मतली भी हो सकती है.

एसिडिटी के कारन?

एसिडिटी के कई कारणों हो सकते है.इनमे शामिल है

1.अनियमित भोजन-समय पर खाना न खाना या खाना छोड़ना एसिडिटी का प्रमुख कारन हो सकता है.

2.ज्यादा तीखा और मसाले दार भोजम-तीखा खट्टा और मसाले दार भोजन एसिडिटी को बढाबा देता है.

3.अधिक चाय और काफी-अधिक चाय काफी और कैफीन युक्त पेय पदार्थो का सेबन एसिडिटी  का कारन बन सकता है.

4.अल्कोहल और धूम्र पान-ये दोनों आदते भी एसिडिटी को बढाबा देती है.

5.तनाब और चिंता-मानसिक तनाब और चिंता भी एसिडिटी को उत्तपरन करने मैं योग दान देते है.

6.देर रात भोजन-सोने से पहले भोजन करना या देर रात खाना एसिडिटी का कारन बन सकता है.

7.कम पानी पीना-सरीर मैं पानी की कमी होने पर भी एसिडिटी की समस्या हो सकती है.

8.दबाइया-कुछ दबाइया भी एसिडिटी को बढाबा दे सकती है,जैसे ऐनाल्जेसिक्स और एंटी बायोटिक्स.

एसिडिटी से बचाब?

1.समय पर भोजन करे-नियमित रूप से समय पर भोजन करना महत्वा पूर्ण है.

2.स्वस्त आहार ले-तीखा,खट्टा,और मसाले दार भोजन से पर हेज करे और संतुलित आहार ले.

3.धूम्र पान और सराब से बचे-धूम्र पान और सराब का सेबन न करे.

4.तनाब कम करे-योग और ध्यान के माध्यम से तनाब को कम करे.

5.अधिक पानी पिए-दिन मैं पर्याप्त मात्त्रा  मैं पानी पिए

6.भोजन के बाद टहले-भोजन के बाद थोड़ी देर टहलने की आदते डाले.

7.देर रात भोजन से बचे-सोने से पहले भोजन करने से बचे.



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