रोग प्रति रोधक शक्ति बढाने का 5 तरीका क्या है ?
रोग प्रति रोधक शक्ति बढाने का 5 तरीका क्या है ?
रोगाणुओं,जिबाणुओं,और बीसाणुओ ,आप को बीमार करने से पहले ही रोकने के लिए मजबूत प्रति रक्ष्या प्रणाली की आबश्यकता होती है.इन प्रति रक्ष्या प्रणालिओ को आप की प्रति रक्ष्या प्रणाली कहा जाता है.प्रति रक्ष्या प्रणाली बहत जटिल होती है,और कई चीजे इस बात को प्रभाबित कर सकती है आप की प्रति रक्ष्या प्रणाली बरतमान मैं कितनी अछि तरह से काम कर रही है.
अछि खबर यह है की अपनी जीबन शैली को स्वस्त बनाने के लिए आप जो कदम उठाते है,बही कदम आपकी प्रति रक्ष्या प्रणाली को भी मजबूत बना सकते है.
प्रति रक्ष्या शक्ति बढ़ने बालि खाद्य पदार्थ खाए-यह कोई रहस्य नहीं है की संतुलित ,पोसक तत्व से भर पुर आहार आपके संपूर्ण स्वस्त हर पहेलु के लीये अच्छा है.और हलाकि कोइ जादुई प्रति रक्ष्या बढ़ने बाला भोजन या सामग्री नहीं है,फिर कुछ खाद्य पदार्थ आपकी प्रति रक्ष्या प्रणाली को बहेतर और मजबूत बनाने मैं मदत कर सकते है.
फलो और सब्जियों से भर पुर आहार लेने से यह सुनिश्चित होता है की आपको अपनी प्रति रक्ष्या प्रणाली को मजबूत बनाये रखने के लिए ढेर सारे सप्ली मेंट्स लेने की जरुरत नहीं पड़ेगी,दरअसल जड़ी बूटियां ,बिटामिन की ज्यादा खुराक लेना कभी कभी नुकसान देह भी हो सकता है.कोई भी सप्ली मेंट लेने से पहेले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह ले.
कुछ खाद्य पदार्थ जो अपनी प्रति रक्ष्या ख्यमता बढ़ने के लिए जाने जाते है
1.खट्टे फलो मैं सर्दी से लड़ने बाले विटामिन C भरपूर मात्र मैं होते है.
2.जामुन मैं फ्लेबोनोइडस नामक पोसक तत्वा होते है जो स्वसन सम्बन्धी बीमारियाँ को कम करने मैं सहायक होते है.
3.अदरक मैं सूजनरोधी गुण होते है जो प्रति रक्ष्या प्रणाली को प्रभाबित कर सकते है
4.पत्ते दार हरी सब्जियां एंटी ओक्स्सीडेंट बिटामिन से भरपूर होती है जो प्रति रक्ष्या स्वस्त के लिए महत्वा पूर्ण है.
5.दही,केफिर और अन्य किबिंड खाद्य पदार्थ आंत के स्वस्त मैं सुधार करते है.जो आपके प्रति रक्ष्या स्वस्त से जुडा हुआ है.
प्रति रक्ष्या के लिए बयाम
नियमित शारीरिक गति बिधि आपकी प्रति रक्ष्या प्रणाली को मजबूत करने और बिमारियों से लड़ने से मदत करने का एक अच्छा तरीका है.ज्यादातर सेध बताते है की हप्ते मैं कई दिन लग भाग 30 से 60 मिनट मध्यम तीब्रता से बयाम करना आपकी प्रति रक्ष्या प्रणाली के लिए सबसे ज्यादा फायदे मंद होता है.इसमें तेज चलना या जोगिंग से लेकर जिम मैं बेट लिफ्टिंग तक कुछ भी शामिल हो सकता है.
बयांम कई तरह से रोग प्रति रोधक ख्यमता बढाने मैं मदत कर सकता है.सबसे महत्व पूर्ण बात यही है की यह प्रति रक्ष्या कोसीकाओं के संचार को बढ़ता है.ये कोसीकाऐ आपकी सरीर की पहली रक्ष्या पंक्ति होती है जो आक्रमण कारी कीटाणुओं जिबणुओं से लढती है,जितना ज्यादा ये संचारित होंगी,आप संक्रमण से उतने ही बहेतर तरीके से बच पाएंगे.
हलाकि,यह ध्यान रखना जरुरी है जब बयांम और रोग प्रति रोधक ख्यमता की बात आती है,तो ज्यादा बयांम जरुरी नहीं की बहेतर ही हो.लम्बे समय तक उच्छा तीब्रता बाला बयांम जैसे मेराथन दौड़ना आपकी प्रति रक्ष्या प्रणाली को मजबूत करबने के बजाय कम जोर कर सकता है.
रात को अछि नींद ले
हर रात को आट से नो घंटो की आराम दायक नींद लेना आपके स्वस्त और आपकी प्रति रक्ष्या प्रणाली के स्वस्त के लिए सबसे जरुरी चीजो मैं से एक है.सोते समय आपके सरीर को अपनी प्रति रक्ष्या प्राणली को फिर से मजबूत करने और मजबूत करने का मौका मिलता है.
नींद के दोरान आपका सरीर,साइटोकाइन्स नामक प्रोटीन छोड़ता है जो प्रति रक्ष्या प्रणाली का हिस्सा होते है .साइटोकाइन का बढा हुआ उदपादन आपकी प्रति रक्ष्या प्रणाली को मजबूत बनाने मैं मदत कर सकता है.सेध से पता चला है की जो लोग नियमित रूप से कम सोते है उन्हें सर्दी ,जुखाम और अन्य स्वसन संक्रमण होने का खतरा ज्यादा होते है.
तनाब पर नियंत्रण रखे
तनाब ज़्यादातर लोगो के जीबन मैं एक स्थायी समस्या है.तरकीब यह है की आप अपने तनाब को कम से कम करे और उस तनाब से निपट ने के तरीके खोजे जिसे आप बच नहीं सकते.
तनाब आपके सरीर पर कई तरह के शारीरिक प्रभाब डालते है ,जिनमे से कई आपकी प्रतिरक्ष्या प्रणाली को भी प्रभाबित करते है.
तनाब से रहने मैं लिम्फोसाइड,स्वेत रक्त कोसी काओं की उद्दपादन भी कम हो सकता है,जो संक्रमणों से लढने के लिए जरुरी है.
तनाब प्रबंधन उतना ही आसन हो सकता है जितना की दिन भर मैं कुछ देर रुक कर धीमी,गहरी सांसो लेना,तनाब प्रबनधन की अन्य तकनीको मैं बयाम ,योग और ध्यान शामिल है.
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