मन इधर उधर भटक ता है क्यूँ?मन को ठीक करने के लिए 5 उपाय

 मन इधर उधर भटक ता है क्यूँ?मन को  ठीक करने के लिए 5 उपाय 

अगर आप भी उन लोगो मैं से है जिन्हें अपना दिमाग हर समय यहाँ -बहा भटक ता हुआ महसुसू होता है और किसी चीज़ मैं सही तरह से मन नहीं लगता है तो यहा बताये गए टिप्स आपके काम आ सकता है.

अक्सर ही जब निजी जिंदगी मैं कुछ ख़राब होता है तो मन यहाँ बहा भटक ता हुआ महसूस  होने लगते है,ब्यक्ति चाहे अपने ऑफिस मैं बैठा हो या घर पर किसी काम पर ध्यान देने की कोसीसी करे,लेकिन मन साथ नहीं देता और बार -बार दिमाग मैं कुछ अजीब ही कोंधने लगता है.कई बार तो ब्यक्ति इन खयालो मैं इतना डूबा हुआ महसुसू करता है फिर बाकि सारे काम धरे के धरे ही रह जाते है.बही कभी कभी बिना किसी दुःख या तकलीफ के भी मन अक्सर भटका हुआ मन महासुसु होता है और किसि काम मैं ध्यान केन्द्रित नहीं किया जाता है,लेकिन भटकते मन को स्तिर करना इतना मुस्किल भी नहीं है.यहाँ कुछ ऐसे ही टिप्स दिए गए है जिन्हें ध्यान मैं रखा जाये तो फोकस करने मै मदत  मिलती है और मन परेशांन  हो कर यहाँ से बहा नहीं भटक ता.

भटक ते मन को  कैसे करे शांत 

1.परेशानी की जड़तक  जाना-आप का मन किन चीजो की तरफ भागता है उन चीजो पर पकड़ बनना जरुरी है.अपने ट्रीगरिंग पॉइंट को ढूंढे और समझने  की कोसिस करे की आपकी मन को आखिर क्या चाहिए.अगर कही मन घुमने फिरने का कर रहा है तो ट्रिप का प्लान बनाये,किसि से मिलने का मन है तो उसे बात करे,अगर परिशानी ऐसी है जो आपके बस से बहार है तो डिसट्रैक्शन ढूडने की कोसिस करे.इसे भटक ते मन पर काबू पाया जा सकता है.

2.रिलैक्स महसूस करना जरुरी है-कई बार खुद को आराम न देना ब्यक्ति की सबसे बड़ी गलती शाबित होती है,इसे मन तो यहाँ बहा भटक ता ही है साथ ही मान हमेंशा परेशांन  रहता है और किसी  काम पर ध्यान केन्द्रित नहीं हो पा रहा तो इसकी बजह सरीर से थकाबट भी हो सकती है,इस लिए आराम करे और रिलैक्स्ड महसुसू करे.

3.एक्स्सर साइज़ से मिल सकती है मदत -जब दिमाग बंद महसुसू करता है और किसी  काम मैं मन नहीं लग पाता है तो इसकी एक बजह सरीरक और मानसिक थकाबट भी होती  है.कई बार सरीर ही नहीं बल्कि मस्तिक भी सुन पड  जाता है और काम पर ध्यान नहीं लगाया जाता.ऐसे मैं एक्स्सर  साइज़ करना अप क लिए फायदे  मंद हो सकता है.इसे सरीर ही नहीं बल्कि दिमाग को भी फायदे  मिलते है.

4.करे अपनी पसंद की चीज़े-भटक ते मन की एक बजह यहाँ भी हो सकती है की आप असल मैं जो काम करना पसंद करते है उन्हें नहीं कर पा रहे और इस लिए हमेंसा आप का मन यहाँ बहा भटक ता हुआ महसूसन कर ता है ऐसे मैं अपने पसंद की काम करे.आप को किताबे पढना पसंद हैतो किताबे पढ़े.नाचना पसनद है नाचे,गाना पसंद है तो गाए,और सपते मैं एक बार घुमने फिरने जाये .

5.अपनी मेंटल हेल्थ  का रखे ध्यान-भटक ते दिमाग की एक बड़ी बजह ख़राब मेंटल हेल्थ हो सकती है ,इससे मैं अपनी मेंटल हेल्थ यानि मानसिक स्वस्त का ध्यान रखे,अगर किसी बात का दुःख है या कोई बात मन को कचोट ती है तो उसे छूटकारा पाने की कोसिस करे और जितना हो सके खुद को खुस रखे,क्यूंकि खुद को खुस रखना भी एक जीमे दारी होती है जिसे आपको खुद निभाना होगा.

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